किछु नहि बाजब
*******************अहाँक रूप माघक धूप ,
अहाँक केश अकालक मेघ,
अहाँक आँखि मोरक पाँखि,
अहाँक ठोर कमलक भोर,
अहाँक बोल विजयी ढोल,
अहाँक हार प्रेमोपहार,
अहाँक नूआँ धूपक धूआँ,
अहाँक डेग कामनाक वेग,
अहाँक मुस्की नशेड़ीक व्हिस्की,
अहाँक ताकब अमा-दीप बारब,
अहाँक मोन दिशा अछि कोन
अहाँ सँ हारब किछु नहि बाजब।
-डॉ.चंद्रमणि झा.
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