ईद'क जिद्द (कविता) - वी०सी०झा"बमबम"


पुछू जूनि कोना चढ़ल छलहि सबहक उपर !
एऽह ईद केर जिद्द जे देखलहुं हम एहि बेर !!

कोन हिन्दू आ कोन मुसलमान नहि ककरहु बेर्ह !
दावत मे कचड़ि रहल छल जत्र कुत्र बकरी आ भेड़ !!

मुस्लिम मित्र भेटला'क उत्तर किछु नहि कहलक !
आ हिन्दू'ए सब लगा देलक मोबारक बाद'क ढ़ेर !!

देखैत छी चोरचन छठि दिपावली पावनि केर वितैत !
बीत जाइत अछि दसमी ,होली नहि शुभकामना फेर !!

घोर आश्चर्य भेल "बमबम"  कोना'क भेटल !
ईद'क मोबारक वाद एतेक रास एहि बेर !!

   वी०सी०झा"बमबम"
                                     कैथिनियँ

Post a Comment

मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।

और नया पुराने