अपन मोनक कहल मारि बैसल छी
छलै खिस्सा लिखल फाडि बैसल छी
हँसी हुनकर हमर मोनमे गाडल
करेजा अपन हम हारि बैसल छी
पढू भाषा नजरि बाजि रहलै जे
किए हमरा अहाँ बारि बैसल छी
सिनेहक बूझलौं मोल नै कहियो
अहाँ गर्दा जकाँ झारि बैसल छी
जमाना कहल मानैत छी सदिखन
कहल "ओम"क अहाँ टारि बैसल छी
- ओम प्रकाश
मफाईलुन-फऊलुन-मफाईलुन (प्रत्येक पाँतिमे एक बेर)
छलै खिस्सा लिखल फाडि बैसल छी
हँसी हुनकर हमर मोनमे गाडल
करेजा अपन हम हारि बैसल छी
पढू भाषा नजरि बाजि रहलै जे
किए हमरा अहाँ बारि बैसल छी
सिनेहक बूझलौं मोल नै कहियो
अहाँ गर्दा जकाँ झारि बैसल छी
जमाना कहल मानैत छी सदिखन
कहल "ओम"क अहाँ टारि बैसल छी
- ओम प्रकाश
मफाईलुन-फऊलुन-मफाईलुन (प्रत्येक पाँतिमे एक बेर)
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