(१) गणपति जी के आरती उतारू ने
(२) चलू आरती कराइ लेल हनुमान
(३) चिकैन मैटक दीप बनेलों
(४) भजु सब भोला कs
(५) राम लखन सियावर के
(६) आरती करू नंदलाल के
(७) आरती करू रघुरैया के
नोट : गीत डाउनलोड करबाक लेल गीतक लिंक पर क्लिक करी।
मिथिला - संस्कृतिक महान पाबैन थिक -मधुश्रावणी, जे साओन मासक कृष्ण - पक्षक पंचमीसँ प्रा…
0 टिप्पणियाँ
मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।