मैथिलीमे नव ब्रााह्मणवादपर पहिल बेर समधानि कऽ प्रहार कऎल गेल अछि, यएह कारण अछि जे "राड़केॅ सुख बलाय"क लेखक आ साहित्यिक चोरक (http://esamaad.blogspot.in/2014/02/blog-post_6.html) चमचागिरी करबाक आवश्यकता प्रदीप बिहारी, श्याम दरिहरे आ रमानन्द रमणकेॅ पड़लन्हि।प्रदीप बिहारी, श्याम दरिहरे आ रमानन्द रमणक नव ब्राहम्णवादी षड्यंत्रक शिकार आरती कुमारी पहिने भेली, तइसँ प्रदीप बिहारी, श्याम दरिहरे आ रमानन्द रमणक मोन बहसि गेल।http://sagarraatideepjaray.blogspot.in/2014/02/blog-post_7982.html

मैथिलीमे नव ब्रााह्मणवादपर पहिल बेर समधानि कऽ प्रहार कऎल गेल अछि, यएह कारण अछि जे "राड़केॅ सुख बलाय"क लेखक आ साहित्यिक चोरक (http://esamaad.blogspot.in/2014/02/blog-post_6.html) चमचागिरी करबाक आवश्यकता प्रदीप बिहारी, श्याम दरिहरे आ रमानन्द रमणकेॅ पड़लन्हि।प्रदीप बिहारी, श्याम दरिहरे आ रमानन्द रमणक नव ब्राहम्णवादी षड्यंत्रक शिकार आरती कुमारी पहिने भेली, तइसँ प्रदीप बिहारी, श्याम दरिहरे आ रमानन्द रमणक मोन बहसि गेल।http://sagarraatideepjaray.blogspot.in/2014/02/blog-post_7982.html

Post a Comment

मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।

और नया पुराने