तीतल हमर मोन हुनकर सिनेहसँ
भेलौं हम सदेह देखू विदेहसँ
के छै अपन, आन के, बूझलौं नै
लडिते रहल मोन मोनक उछेहसँ
नाचै छी सदिखन आनक इशारे
करतै आर की बडद बन्हिकऽ मेहसँ
छोडत संग एक दिन हमर काया
तखनो प्रेम बड्ड अछि अपन देहसँ
काजक बेर मोन सबकेँ पडै छी
"ओम"क भरल घर सभक एहि नेहसँ
मफऊलातु-फाइलातुन-फऊलुन (प्रत्येक पाँतिमे एक बेर)
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