महासुन्दरी देवी (89 बर्ख) केँ मिथिला चित्रकला लेल 2011 लेल पद्म श्री देल जाएत। हिनका पहिने तुलसी सम्मान, शिल्पगुरू सम्मान भेटल छन्हि।
भारतक राष्ट्रपति 128 पद्म पुरस्कारक देलन्हि, जइमे 13 टा पद्म विभूषण, 31 टा पद्म भूषण आ 84 टा पद्म श्री पुरस्कार अछि। ऐ 128 मे 31 टा महिला छथि, एकटा डुओ( गणना लेल एक) आ 12 टा विदेशी/ एन.आर.आइ./ पी.आइ.ओ/ मृत्योपरांत वर्गसँ छथि ।
पद्म पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक सेवा, विज्ञान आ आभियांत्रिकी, व्यापार आ उद्योग, चिकित्सा, साहित्य आ शिक्षा, खेलकूद आ लोकसेवा लेल देल जाइत अछि। पद्म विभूषण उत्कृष्ट आ नीक, पद्म भूषण उच्च कोटिक नीक आ पद्म श्री नीक सेवा लेल देल जाइत अछि। गणतंत्र दिवसक अवसरपर एकर घोषणा होइत अछि आ राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवनमे मार्च-अप्रैलमे देल जाइत अछि।
भारतक राष्ट्रपति 128 पद्म पुरस्कारक देलन्हि, जइमे 13 टा पद्म विभूषण, 31 टा पद्म भूषण आ 84 टा पद्म श्री पुरस्कार अछि। ऐ 128 मे 31 टा महिला छथि, एकटा डुओ( गणना लेल एक) आ 12 टा विदेशी/ एन.आर.आइ./ पी.आइ.ओ/ मृत्योपरांत वर्गसँ छथि ।
पद्म पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक सेवा, विज्ञान आ आभियांत्रिकी, व्यापार आ उद्योग, चिकित्सा, साहित्य आ शिक्षा, खेलकूद आ लोकसेवा लेल देल जाइत अछि। पद्म विभूषण उत्कृष्ट आ नीक, पद्म भूषण उच्च कोटिक नीक आ पद्म श्री नीक सेवा लेल देल जाइत अछि। गणतंत्र दिवसक अवसरपर एकर घोषणा होइत अछि आ राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवनमे मार्च-अप्रैलमे देल जाइत अछि।
mahasundari ji ke badhai
जवाब देंहटाएंmahasundrijee ke badhyee da dewain humro taraf san.
जवाब देंहटाएंi matra mahasundri ke nhi sampoorn mithilak samman seho achi.badhai.
जवाब देंहटाएंKhushi ke samachaar.
जवाब देंहटाएंprotsahan bhetat,maithili me likhbak option nahi bujhal achi anyatha............!
Warm Regards
Navin Jha
Mehrauli, New Delhi
jhanaving@gmail.com
आदरणीया महासुन्दरी देवीकेँ एहि अपूर्व सफलता पर हमर हार्दिक प्रणाम। मा मैथिलीसँ प्रार्थना जे एहि आदरणीयाकेँ शक्ति ओ कला प्रदान करैत रहथुन, जाहिसँ हमरा सभकेँ एहिना गौरव प्राप्त होइत रहए।
जवाब देंहटाएंसंगहि बिहार सरकारसँ प्रार्थना जे आबहु ओ मैथिलीक हेतु जागथु, कारण मा मैथिलीएक कृपासँ हुनका बेर-बेर सम्मान प्राप्त होइत रहलनि अछि। मैथिलीकेँ कोनो भाषाक उन्नतिसँ परहेज नहि, मुदा आन भाषा नहि- तेँ मैथिलीकेँ सेहो नहि- ई सरकारी आन्तरिक विचार उचित नहि। तेँ बिहार सरकारकेँ चाही जे भारतीय कोनो भाषाक समकक्ष मैथिलीकेँ बैसएबाक हेतु उचित कार्य करथु(ई प्रार्थना मात्र सरकारी सहायता ओ सहयोगक लेल हम कए रहल छी, साहित्यकारक सहयोगसँ रचनाक संख्या ओ विविधतामे मैथिली कोनो भाषासँ पछुआएल नहि)।
अस्तु, एक बेर फेर पद्मश्री महासुन्दरी देवीकेँ प्रणामक संग बिहार सरकारकेँ मैथिलीक हेतु सोचबाक आग्रह।
डॉ. अजीत मिश्र
मैसूर।
bahut bahut badhai...aa pranam.ee samman mithila aa maithily lok kala ke bhetal.pujya MAHASUNDARI DEVI ke naman...
जवाब देंहटाएंsabse pahile hum ohi mahan mahila k parnam kahai chahab je mithla k nam me ek got mahanta k sitara aur lagelain aur hum sanghi mithla k sub mata/bahin lokin sai e agrah karbain je ehi mahan hasti k apan idle bana ahina mithla k nam rausan karait rhait.
जवाब देंहटाएंवाह ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कविता
मन को भावुक कर दिया
आभार / शुभ कामनाएं
वाह ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कविता
मन को भावुक कर दिया
आभार / शुभ कामनाएं
http://maithilaumithila.blogspot.com/
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