कविता
भूतःवर्तमानःभविष्य
अकबर के जोधाबाइक संग
विआह करबाक लेल परामर्श के देने रहैक
भूत बाजि ने रहल
रोमिला थापरक तर्क संपूर्ण रुपे सत्त
नागेश ओकक फूसि
लोक के गोधरे किएक देखाइत छैक
कश्मीरी पंडित आ राजौरी किएक नहि
वर्तमान नहि बाजि रहल
तुष्टीकरण के
कहिआ धरि भारत मे
धर्मनिरपेक्षता मानल जेतैक
भविष्य बाजि ने रहल
भूतःवर्तमानःभविष्य
अकबर के जोधाबाइक संग
विआह करबाक लेल परामर्श के देने रहैक
भूत बाजि ने रहल
रोमिला थापरक तर्क संपूर्ण रुपे सत्त
नागेश ओकक फूसि
लोक के गोधरे किएक देखाइत छैक
कश्मीरी पंडित आ राजौरी किएक नहि
वर्तमान नहि बाजि रहल
तुष्टीकरण के
कहिआ धरि भारत मे
धर्मनिरपेक्षता मानल जेतैक
भविष्य बाजि ने रहल
nik lagal,
जवाब देंहटाएंbhavishya bajat, muda democracy ke je samikaran chhaik se ke badlat,
जवाब देंहटाएंvartman bajat, muda democracy ke je samikaran chhaik se ke badlat
bhoot bajat muda aristocracy ke je samikaran chhaik se ke badlat
dar yaih achhi je ahu sanghvadi ne ghoshit kay del jai, corruption aa characterlessness ke jhapbak lel lok secularism ke sahayta lebe ne karait chhathi,
जवाब देंहटाएंnik prastuti
कविता
जवाब देंहटाएंभूतःवर्तमानःभविष्य
अकबर के जोधाबाइक संग
विआह करबाक लेल परामर्श के देने रहैक
भूत बाजि ने रहल
रोमिला थापरक तर्क संपूर्ण रुपे सत्त
नागेश ओकक फूसि
लोक के गोधरे किएक देखाइत छैक
कश्मीरी पंडित आ राजौरी किएक नहि
वर्तमान नहि बाजि रहल
तुष्टीकरण के
कहिआ धरि भारत मे
धर्मनिरपेक्षता मानल जेतैक
भविष्य बाजि ने रहल
aashish ji ehi par ekta gazal aa ekta kundaliya seho bhay jai
ahank rachna aa tippani dunu me dhar rahait chhaik sreeman, kon aagi hriday me rakhne chhi
जवाब देंहटाएंएहिपर पैघ डिसकश भ' सकैत अछि। एतेक छोट कवितामे बहुत किछु अस्पष्ट रहि गेल।
जवाब देंहटाएंबहुत नीक प्रस्तुति
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