किछु गद्य कविता-आशीष अनचिन्हार

१) सीमा

अर्थ मास्टरमाइन्ड भए सकैत छैक । मास्टरपीस भए सकैत छैक । मास्टर नहि ।

२ ) काटब

पेट भरबाक लेल घेंट कटैत छी आ घेंट ऊँच रखबाक लेल पेट

३ ) दोसराति

जखन भए जाइत छी हम अपने अशक्त ।
तखने जरूरति परैत अछि दोसरातिक ।

४ )

प्रगति १.

शंख । महाशंख । डपोरशंख । हराशंख ।

प्रगति २.

कनिया देशी । पिया परदेशी । बच्चा विदेशी ।

५) मूलमंत्र

अपन कनियांक हाथ पकड़ू आ दोसरक कनियांक करेज । चिन्हारक गरिदन पकरू आ अनचिन्हारक पैर । कहियो कोनो काजमे असफलता नहि भेटत ।

६ ) मोश्किल काज

कोनो कनैत जीव के चुप्प करब ओतबे मोश्किल काज छैक , जतेक की अपन आँखिक नोर के रोकब ।

७ ) सुआद

सोहारी आ गप्प दूनू नून मरचाई लगेला सं सुअदगर भए जाइत छैक ।

5 टिप्पणियाँ

मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।

  1. बड्ड नीक प्रस्तुति। एक तँ गद्य दोसर कविता आ तेसर अभिव्यक्ति।

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  2. मूलमंत्र

    अपन कनियांक हाथ पकड़ू आ दोसरक कनियांक करेज । चिन्हारक गरिदन पकरू आ अनचिन्हारक पैर । कहियो कोनो काजमे असफलता नहि भेटत ।

    सोहारी आ गप्प दूनू नून मरचाई लगेला सं सुअदगर भए जाइत छैक ।
    कनिया देशी । पिया परदेशी । बच्चा विदेशी ।

    nik lagal, bahut nik lagal

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  3. gadya kavita sabh bad nik
    १) सीमा

    अर्थ मास्टरमाइन्ड भए सकैत छैक । मास्टरपीस भए सकैत छैक । मास्टर नहि ।

    २ ) काटब

    पेट भरबाक लेल घेंट कटैत छी आ घेंट ऊँच रखबाक लेल पेट

    ३ ) दोसराति

    जखन भए जाइत छी हम अपने अशक्त ।
    तखने जरूरति परैत अछि दोसरातिक ।

    ४ )

    प्रगति १.

    शंख । महाशंख । डपोरशंख । हराशंख ।

    प्रगति २.

    कनिया देशी । पिया परदेशी । बच्चा विदेशी ।

    ५) मूलमंत्र

    अपन कनियांक हाथ पकड़ू आ दोसरक कनियांक करेज । चिन्हारक गरिदन पकरू आ अनचिन्हारक पैर । कहियो कोनो काजमे असफलता नहि भेटत ।

    ६ ) मोश्किल काज

    कोनो कनैत जीव के चुप्प करब ओतबे मोश्किल काज छैक , जतेक की अपन आँखिक नोर के रोकब ।

    ७ ) सुआद

    सोहारी आ गप्प दूनू नून मरचाई लगेला सं सुअदगर भए जाइत छैक ।

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