मैथिली अकादमी, (पटना) केँ सोजन्यसँ २७ मार्च २०११ क कालिदास महाविद्यालय उचैठ(दुर्गास्थान), बेनीपट्टी,मधुबनी (बिहार) क पवन भूमि पर विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रमक आयोजन अकादमीक अध्यक्ष मिथिलाक चर्चित रचनाकार, कलाकार, संचालक, आ मैथिल प्रेमी श्री कमलाकांत झा (फोन न.०९४३१२५३६६०)के नेतृत्व मे कएल जा रहल आइछ, मात्र १ वर्ख में अखन तक मैथिलि अकादमी पटना द्वारा मैथिलीक बहुत राश विलुप्त पुस्तक-पुस्तिकाक प्रकाशन, मैथिली धरोहर नाटकक मंचन, पुस्तक मेलाक आयोजन, एवं बहुत रास सांस्कृतिक कार्यक्रम नै सिर्फ दरभंगा, मधुबनी जिलामे बल्कि समस्तीपुर,मुजफरपुर, बेगुसराई,भागलपुर, पुरनिया, सहरषा,सुपौल आदि मिथिलांचल के हर छेत्र में मैथिली भाषक विकासमे अपन क्रन्तिकारी योगदान के रहल. संस्था के अध्यक्ष श्री कमलाकांत झा जे अपन जीवन के महत्वपूर्ण समय मिथिला मैथिलीक प्रचार प्रसारमे लगा देला आई अपन कन्धा पर मैथिली भाषाक विकासक बीरा लेने मिथिलांचलक गाम गाम घूमी रहल छथि....
मिथिथांचल के जननी छिनामाश्तिका देवी माँ दुर्गा के अस्थान उचैठ में जोर सर स आई कार्यक्रम के सफल बनवा में स्थानीय लोक सब बहुत उमंग के संग दिन रात लागल छैथ. आई कार्यक्रम में मैथिलीक सुपरिचित कलाकार रंजना झा, कुंजबिहारी,रामबाबू भगवन बाबु, डॉ. नलनी चौधरी, अरविन्द आर बहुत राश मैथिलि के सुविख्यात कलाकार सब औताह. आई कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार के उप मुख्यमंत्री श्री सुशिल मोदी, विनोद नारायण झा, सालिग्राम यादव, हुकुमदेव यादव, आरो बहुत अस्थानीय नेता सब रहता. अकादमी के अध्यक्ष कमलाकांत झा के कहब छन्हि- मैथिली अकादमीक मुख्य काज मैथिली मिथिला के प्रचार के लेल मिथिलांचल के जन जन के जगेनाई थीक...
-----पंकज झा
Priya Pathak Bandhu...
जवाब देंहटाएंKailh aehi khabar ma Date: 27 March, ke badla 27 April, likhel chail gel chhale...
tahilel dubara e khabar prakasit kare paral...
समाचारसँ अवगत करेबाक लेल धन्यवाद पंकजजी।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद पंकजजी,
जवाब देंहटाएंसुन्दर- विलक्षण सूचनाक हेतु। निश्चित रुपेँ आदरणीय कमलाकान्त बाबूक आगमनक बाद मैथिली अकादमी अपन विविध कार्यसँ मैथिल जनकेर मोन मोहि गर्वसँ सीना तानि ठाढ़ होएबाक अवसर प्रदान कए रहल अछि। एहि हेतु हुनक जतेक अभिनन्दन-वन्दन कएल जाए, ओ कमे होएत। मा मैथिली हुनका अपार शक्ति प्रदान करथुन, जाहि बलेँ ओ मैथिलीक हितमे अपन सर्वस्व लगौने रहथि।
मुदा ओकर सङ्ग अहाँसँ आग्रह जे मैथिलीमे कोनो सूचना प्रेषित करबासँ पूर्व एकबेर स्थिर मोनसँ अवश्य पढ़ि ली, कारण आन-आनतँ क्षम्य अछि, मुदा जँ हमसभ मैथिली(मैथिलि) सेहो एकप्रकारेँ नहि लिखि सकी तँ ई परम दुर्भाग्यक गप्प थिक, तेँ अनुरोध जे उक्त गप्प पर ध्यान दए कृतार्थ करी।
अजीत-मैसूर।
bad neek samachar sabh se avgat bhelahu
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