दरभंगा शहरक सभ टावर केँ घड़ी बतबैत अछि अलग-अलग समय

दरभंगा। 07 फरवरी। दरभंगा महाराज केँ शासनकाल मे शहरक चारि गोट महत्वपूर्ण जगह टावर चौक, लहेरियासराय टावर, संस्कृत विश्वविद्यालय आओर बेला पैलेस मे घड़ी लगबाओल गेल छल। मुदा जहिना दरभंगा राज केँ शासन खत्म भेल, अस्थिर - अस्थिर सभ टावरक घड़ी केँ सांस अटैक गेल।

प्राप्त खबैर केँ मुताबक एहिठाम सरकारी उदासीनता ल'केँ  सभ टावरक घड़ी अलग-अलग समय बता रहल अछि। जानकार सभक मानी तेँ ज्योतिष शास्त्र मे कहल गेल अछि कि बंद घड़ी क' घर मे नहि रखबाक चाही, किएक जे एहिसँ घरक विकास मे बाधा पहुंचैत अछि। 

दरअसल, राजतन्त्र मे राजा सभक क्षेत्र मे आबै बला प्रजा हुनकर परिवारक सदस्य जोका होयत छल आओर दरभंगा केँ महाराज सर कामेश्वर सिंह अप्पन प्रजा सभक सुविधा लेल ई घड़ी लगबेना छलथि। मुदा आय ई घड़ी सरकारी तंत्रक अनदेखी केँ कारण बंद पड़ल अछि, ऐहिक लेल मिथिलांचलक विकास मे बाधा उत्पन्न भ' रहल अछि। 

ओतहि, बुद्धिजीवि सभक मानब अछि कि राजतन्त्र केर दौरान एहि क्षेत्र मे कोनो प्रकारक प्राकृतिक समस्या नहि छल, मुदा आजादीक उपरांत सरकार द्वारा विकासक नाम पर एहिठामक धरोहर सभक संगे संग महाराज केँ अकूत सम्पतिक अधिग्रहण क' लेल गेल, मुदा ओहिक देख-रेख भगवान भरोसे छोएड़ देल गेल जे शुभ केर संकेत नहि अछि।