विवाह पंचमी विशेष : विवाह पंचमी केँ दिन विशेष विधान सँ पूजा करब शुभ मानल जायत अछि

मुंबई। 23 नवम्बर। [जितमोहन झा (जितू)] हिंदू पंचांग केर मुताबिक  मार्गशीर्ष माह केर शुक्ल पक्षक पंचमी कए विवाह पंचमी मनाओल जायत अछि। एहेन मान्यता अछि कि पंचमी केर दिन भगवान श्री राम आओर  मैया सीता केर विवाह भेल छल। ऐहिक लेल विवाह पंचमी कए भगवान श्री राम केर विवाहोत्सव केर रुप मे मनाओल जायत अछि।

पौराणिक कथा केर मुताबिक मानल जायत अछि कि मैया सीता राजा  जनक केर पुत्री छली जे मिथिला राज्य केँ राजा छलाह, ऐहिक लेल ई पर्व उत्साहक संग अयोध्या आओर जनकपुरी यानि नेपाल मे मनाओल जायत अछि। हिंदू धर्म केर मुताबिक एहि दिन भगवान श्री राम आओर मैया सीता केर विवाह करायब शुभ मानल जायत अछि। एहि परख विवाह पंचमी केर पर्व आय 23 नवंबर क' अछि। एहि पर्व केर तैयारी जनकपुर आओर पश्चिमी उत्तर प्रदेश केर प्रमुख मंदिर सभमे पछिला एक सप्ताह सँ कायल जे रहल अछि। 

विवाह पंचमी दिन श्रद्धा सँ भगवान श्री राम आओर मैया सीता केर पूजा केला सँ एहि तरहक वरदान भेट सकैत अछि

  • यदि किनको विवाह मे बाधा आबैत अछि तेँ ओ बाधा दूर भ' जायत अछि। 
  • मनपसंद विवाह केर वरदान सेहो भेटैत अछि।
  • वैवाहिक जिनगी केर समस्या सभक अंत सेहो भ' जायत अछि।

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